Monthly Archive: July 2022
भारतीय लोकसंगीत का विकास मानव के सांस्कृतिक विकास के साथ तथा इसकी उतपत्ति प्राकृतिक के साथ हुई। सांस्कृतिक जटिलता के साथ लोकसंगीत भी जटिल हो गया। भारतीय लोकसंगीत आज भी क्षेत्रीय अँचलो में मूल...
गिटार – उत्पत्ति एवं विकास (Guitar Development) पूरब तथा पष्चिम के सहयोग से जिन वाद्यों का निर्माण हुआ उनमे से एक गिटार है। विगत कुछ वर्षो से भारतीय संगीत में स्थान [प्राप्त का चुके...
Music classes दोस्तों आपने देखा होगा कि आपके कई दोस्त या आप खुद भी कई बार कोई म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट खरीद लेते हैं जैसे गिटार या पियानो और कितने हफ्ते महीने या साल भी अगर...
शास्त्रीय संगीत (Classical Music) वाद्य संगीत में शास्त्रीय , उपशास्त्रीय एवं वादन नृत्यों का महत्वपूर्ण स्थान है। वाद्य संगीत के आभाव में गायन पूर्ण रूप से रसयुक्त नहीं हो सकता यही। संगीत के लय...
तालबद्ध तानें भरतमुनि कृत नाट्यशास्त्र में तान की व्युतपत्ति इस प्रकार बताई गई है तनोति विस्तार धञि तान इति स्मृतः। रागा यैस्तन्यते प्रायः स्वरास्तें तानका मताः।। “ अर्थात तान शब्द संस्कृत के तन धातु में...
वाद्यों के प्रकार गीत वाद्य नृत्यम ऐसी संगीत की व्याख्या पुराने संगीतकरों के जमने से चली आ रही है। प्राचीन काल से गायनकला के साथ -साथ वादन कला भी प्रचार में थी। वाद्यनिर्मिती की...
संगीत के इतिहास को अर्थात आदि काल से आज तक के समय को मोटे तौर से हम तीन भागो में बाँट सकते हैं – प्राचीन काल -आदि काल से 800 ई तक | मध्य...
Moorchhana मूर्छना भरत के अनुसार कर्म से सप्त स्वर का आरोह – अवरोह करने से मूर्छना की रचना होती है , लेकिन प्रश्न यह उठता है की किन सात स्वरों का आरोहावरोह किया जाय। उत्तर...
शोध प्रविधि एवं संशिक्षा तथा इसके अंर्तसंबंधात्मक पहलू -: शोध प्रविधि शोधकार्यों में ज्ञान, कौशल एवं दक्षता प्रदान करती है। इनका सम्बन्ध उन सभी उपकरणों से है ,जो शोध करने के लिए उपयोग किए...