राग बसंत का तान || RAAG BASANT KA TAAN || TAAN
तालबद्ध तानें भरतमुनि कृत नाट्यशास्त्र में तान की व्युतपत्ति इस प्रकार बताई गई है तनोति विस्तार धञि तान इति स्मृतः। रागा यैस्तन्यते प्रायः स्वरास्तें तानका मताः।। “ अर्थात तान शब्द संस्कृत के तन धातु में...